ज़िन्दगी को आज फिर से जी रहा हूँ
हवाओं से बातें
इस नीले गगन तले
ज़िन्दगी से नई मुलाकाते।
मोड़ नया, नई मंज़िल
मनचला, खुसनुमा विभोर यह दिल।
अहसासों के आँगन में लम्हे समेट रहा हूँ
ज़िन्दगी को आज फिर से जी रहा हूँ ।
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ज़िन्दगी को आज फिर से जी रहा हूँ
हवाओं से बातें
इस नीले गगन तले
ज़िन्दगी से नई मुलाकाते।
मोड़ नया, नई मंज़िल
मनचला, खुसनुमा विभोर यह दिल।
अहसासों के आँगन में लम्हे समेट रहा हूँ
ज़िन्दगी को आज फिर से जी रहा हूँ ।